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संसद में बंटी विवेक साहू का बड़ा सवाल, मंत्री सिंधिया का साफ जवाब”

छिंदवाड़ा –   संसद के मानसून सत्र के दौरान छिंदवाड़ा के सांसद बंटी विवेक साहू ने लोकसभा में क्षेत्र की संचार समस्याओं को लेकर महत्वपूर्ण प्रश्न उठाया। सांसद साहू ने संचार और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास के केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मोबाइल नेटवर्क, साइबर अपराध और दूरसंचार संसाधनों की स्थिति से जुड़े गंभीर मुद्दों पर जवाब मांगा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उन्होंने कहा कि यह विषय आम जनता के हितों से जुड़ा है, इसलिए इस पर केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित किया जाना आवश्यक है।

प्रश्नकाल के दौरान जब केंद्रीय मंत्री सिंधिया जवाब दे रहे थे, तब लोकसभा अध्यक्ष ने टिप्पणी करते हुए कहा, “सांसद मध्यप्रदेश से हैं,” जिस पर मंत्री सिंधिया ने तुरंत उत्तर दिया, “सांसद मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा से हैं।” यह संवाद लोकसभा की कार्यवाही में एक विशेष क्षण बन गया।

30 जुलाई को हुए प्रश्नकाल में कुल 20 प्रश्न सूचीबद्ध थे, जिनमें सबसे पहला प्रश्न छिंदवाड़ा सांसद बंटी विवेक साहू का था। यह छिंदवाड़ा के संसदीय इतिहास में एक लंबे समय बाद ऐसा अवसर था जब स्थानीय सांसद को प्रश्नकाल की शुरुआत में प्रश्न पूछने का अवसर मिला। लोकसभा टीवी और सोशल मीडिया पर इस सत्र का सीधा प्रसारण हुआ, जिसे छिंदवाड़ा और पांढुर्णा क्षेत्र के नागरिकों, भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उत्साहपूर्वक देखा।

अपने जवाब में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लोकसभा में बताया कि साइबर धोखाधड़ी की रोकथाम के लिए दूरसंचार विभाग निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) पर प्राप्त शिकायतों के आधार पर अब तक 3.57 लाख मोबाइल नंबर बंद किए गए हैं, जिनमें सबसे अधिक संख्या राजस्थान, बिहार और पश्चिम बंगाल की है। इसके अतिरिक्त, विभाग ने एक अत्याधुनिक स्वदेशी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल ‘अस्त्र’ विकसित किया है, जिसकी मदद से 82 लाख से अधिक फर्जी मोबाइल कनेक्शन पुनः सत्यापन में असफल रहने के कारण काटे जा चुके हैं।

मंत्री सिंधिया ने यह भी बताया कि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और वैध मोबाइल कनेक्शन देने के लिए एक मजबूत ‘नो योर कस्टमर’ (KYC) प्रणाली लागू की गई है। इसके अंतर्गत सिम जारी करने वाले प्वाइंट ऑफ सेल (POS) एजेंटों का पंजीकरण, बायोमेट्रिक सत्यापन, पता जांच, और डिजिटल निगरानी की व्यवस्था की गई है। साथ ही सख्त दंडात्मक प्रावधान भी तय किए गए हैं, जिसमें नियमों के उल्लंघन पर एजेंटों को ब्लैकलिस्ट किया जा सकता है।

छिंदवाड़ा के सांसद द्वारा उठाए गए इस मुद्दे को पूरे देश में गंभीरता से लिया गया। क्षेत्रीय नागरिकों में इस बात को लेकर प्रसन्नता है कि वर्षों बाद उनका प्रतिनिधि संसद में प्रभावशाली ढंग से आवाज उठा रहा है। सांसद बंटी विवेक साहू की यह सक्रियता दर्शाती है कि वे क्षेत्र की समस्याओं को राष्ट्रीय पटल पर ले जाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं।

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