रुपाली सराठे ने रचा इतिहास, पीएचडी के लिए हुआ चयन, सांसद ने किया सम्मानित

छिंदवाड़ा: चौरई निवासी रुपाली सराठे का पीटी शंभूनाथ विश्वविद्यालय शहडोल में पीएचडी के लिए चयन हुआ है। बुधवार को सांसद बंटी विवेक साहू ने रुपाली का सम्मान किया। रुपाली के इस उपलब्धि से उनके परिवार और समाज में खुशी की लहर है।
साधारण परिवार से निकली रुपाली
रूपाली का पारिवारिक परिवेश बेहद साधारण है। उनके पिता एक छोटे व्यापारी हैं और उनकी माँ आंगनवाड़ी केंद्र में सहायिका के पद पर कार्यरत हैं। सीमित आर्थिक संसाधनों के बावजूद रुपाली ने हार नहीं मानी और अपने लक्ष्य की ओर लगी रही।
संस्कृत भाषा में पीएचडी के लिए हुआ चयन
रुपाली का चयन संस्कृत भाषा में पीएचडी करने के लिए हुआ है। इस उपलब्धि से रुपाली के परिवार और समाज में गर्व का माहौल है। रुपाली की इस सफलता के पीछे उनकी मेहनत और लगन का बड़ा योगदान है।
सम्मान समारोह में उमड़े लोग
सांसद बंटी विवेक साहू ने रुपाली का सम्मान किया। इस अवसर पर महापौर विक्रम आहके, सभापति जगेन्द्र अल्डक, रुपाली के पिता प्रकाश सराठे, भारतीय सेन समाज संगठन के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश बंदेवार, प्रदेश प्रभारी अंकित बंदेवार, जिला युवा अध्यक्ष हेमंत बंदेवार, सेलुन ऐसोसिएशन अध्यक्ष बंटी श्रीवास, रवि राजनकर ठाकुर, चौरई सेन समाज संगठन अध्यक्ष सोहन श्रीवास (बब्लू), संगठन मंत्री प्रतीक सराठे सहित सामाजिक बंधू विशेष रूप से उपस्थित थे।
रुपाली की सफलता की कहानी
रुपाली की सफलता की कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। रुपाली की कहानी यह साबित करती है कि मेहनत और लगन से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।