छत्तीसगढ़राज्य

रायपुर एटीएम से छेड़खानी कर ग्राहकों के उड़ाए पैसे, पुलिस जुटी जांच में

रायपुर

राजधानी के आमानाका थाना क्षेत्र में एटीएम से छेड़खानी करके ग्राहकों के रुपए फंसाकर उसे चुराने की आधा दर्जन से ज्यादा घटनाओं की सूचना पुलिस तक पहुंची है. वारदात एक ही बैंक आईडीबीआई के एटीएम बूथ में हुई, जो टाटीबंध के ए टू जेड चौक पर स्थित है. दो दिनों तक गैंग ने एक ही एटीएम को टारगेट किया. जो भी ग्राहक यहां रुपए निकालने पहुंचा, सफल नहीं हो पाया. उनके खाते से रुपए जरूर कट गए. लोग एक दिन तो तकनीकी खराबी समझकर एकाउंट में रकम वापस आने का इंतजार करते रहे लेकिन जब बैंक पहुंचे तो पता चला कि उनके खाते से रकम निकल चुकी है. बैंक की ओर से शिकायत के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. सूत्रों को आशंका है कि राजस्थान का गैंग यहां आया, दो दिन एक्टिव रहा और एक लाख रुपए से ज्यादा एटीएम से उड़ाकर निकल गया. ग्राहकों समझते रहे तकनीकी खराब के कारण पैसा नहीं निकला टीआई सुनील दास के अनुसार आमानाका थाने में दो दिन पहले आईडीबीआई बैंक की ब्रांच मैनेजर अमृता मीढ़ा ने छह एकाउंट धारकों की रकम धोखाधड़ी करके निकाल लिए जाने की सूचना दी है.

पुलिस ने धारा 305 331(4) बीएनएस के तहत जुर्म दर्ज किया है. रिपोर्ट के मुताबिक ब्रांच के एटीएम में छेड़छाड़ करके रुपए निकाले गए हैं. 23 जून को कई ग्राहकों ने बैंक को सूचना दी कि 20 और 21 जून को वे पैसा निकालने एटीएम बूथ में गए. उनके रुपए नहीं निकले लेकिन पैसा खाते से कट गया. बैंक की ओर से एटीएम की जांच कराई गई और सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग चेक करने पर मशीन के साथ एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा छेड़खानी करने पता चला. दरअसल नोट के एटीएम से बाहर निकलने वाली जगह पर कोई चीज चिपका दिए जाने पर नोट भीतर ही फंस रहे थे और ग्राहकों को लग रहा था कि कोई तकनीकी खराबी होने के कारण रुपए नहीं निकले. एकाउंट से कटे पैसे जब वापस नहीं आए, तब ग्राहक बैंक में पहुंचे.

छह-आठ महीने पहले रंगे हाथ पकड़ा गया था उप्र का गैंग
पुलिस सूत्रों के मुताबिक 23 जून को बैंक प्रबंधन को वारदात की खबर लगी. विभागीय तौर पर जांच करके घटना की पुष्टि की गई. सीसीटीवी फुटेज देखे गए, इसके बाद आमानाका थाने को बताया गया. फिर पुलिस ने घटना की तसदीक की और 27 जून को एफआईआर दर्ज की गई. पुलिस को एक संदिग्ध का फुटेज भी दिया गया है जो एक खास समय पर एटीएम बूथ में जाकर कैश चेम्बर के बाहर के आवरण से छेड़खानी करके नोट निकलने की जगह के भीतर कुछ चिपकाता और बाद में उससे फंसे नोट निकालते दिख रहा है. राजस्थान या उप्र के गैंग का हाथ होने की आशंका भी जताई गई है. चूंकि छह-आठ महीने पहले उप्र गैंग के दो सदस्य रायपुर में दबोचे गए थे. इस गैंग ने भी आमानाका, सरस्वतीनगर और कबीरनगर के तीन एटीएम बूथ को टारगेट किया था. इनकी गिरफ्तारी रविवि गेट के सामने एसबीआई के एटीएम बूथ के बाहर हुई थी. सरस्वती नगर पुलिस ने दोनों बदमाशों को जेल भेजा था. अब राजस्थान के गैंग का हाथ होने की आशंका में जांच तेज की गई है.

बैंक को आशंका और कई खातेदार हुए होंगे शिकार
बैंक की ओर से हुई शिकायत के अनुसार 20 और 21 जून को जय मां महामाया रोड लाइन्स के 15 हजार, मनवीर सिंह संधु के 4900, संपतलाल पटेल के 7 हजार, कुलविंदर सिंह के 20 हजार, कमल किशोर के 12 हजार और शुभम साहू के खाते से 20 हजार रुपए निकल गए. ये सभी लोग एटीएम से रुपए नहीं निकलने पर खाली हाथ लौटे थे. बैंक की ओर से पुलिस को यह भी बताया गया है कि और भी कई खातेदार होंगे, जिनकी रकम निकली होगी. लेकिन अभी बैंक तक शिकायत नहीं पहुंची है.

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