पलवशा खान ने कहा, हम चूड़ियां नहीं पहनते हैं. वक्त आने पर जवाब देंगे

लाहौर
पहलगाम हमले के बाद भारत ने आतंक और आतंकियों के आकाओं को मिट्टी में मिलाने का ऐलान कर दिया है. इस बीच, पाकिस्तान की बौखलाहट दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. अब पाकिस्तान की राजनीति से एक बार फिर उकसावे और कट्टरता से भरा बयान सामने आया है. पाकिस्तान की विपक्षी पार्टी PPP से ताल्लुक रखने वाली सांसद पलवशा मोहम्मद जई खान ने अयोध्या और भारत की आंतरिक संप्रभुता पर बेहद विवादास्पद बयान दिया है.
पलवशा ने कहा, बाबरी मस्जिद के पुनर्निर्माण की पहली ईंट पाकिस्तानी सेना के जवान रखेंगे और पहली अजान पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर देंगे. इस बयान ने भारत-पाक संबंधों में पहले से चल रहे तनाव के बीच नया विवाद खड़ा कर दिया है.
पलवशा, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) से पंजाब सीट से सांसद हैं. हाल ही में पलवशा की PPP के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने भारत के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया था.
'हम चूड़ियां नहीं पहनते'
पलवशा खान ने बयान में आगे कहा, हम चूड़ियां नहीं पहनते हैं. वक्त आने पर जवाब देंगे. उनका यह बयान ना सिर्फ भारतीय सेना और संवेदनशील धार्मिक मुद्दों पर टिप्पणी है, बल्कि यह पाकिस्तान की ओर से एक स्पष्ट उकसावे की कोशिश भी मानी जा रही है.
खालिस्तानी आतंकी पन्नू की तारीफ
पलवशा मोहम्मद ज़ई खान ने अपने भाषण में भारत द्वारा आतंकवादी घोषित किए गए खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू की भी तारीफ की. उन्होंने पन्नू को 'साहसी आवाज' बताया और उसकी वकालत की है.
गुरपतवंत सिंह पन्नू को भारत सरकार ने UAPA (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम) के तहत आतंकवादी घोषित कर रखा है और उसकी गतिविधियों को भारत की अखंडता और शांति के लिए सीधा खतरा माना जाता है.
नफरत फैलाने की कोशिश में PAK के नेता
भारत सरकार की ओर से फिलहाल इस बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन कूटनीतिक हलकों में इसे एक गंभीर उकसावे का उदाहरण दिया जा रहा है. सुरक्षा और रणनीति विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तानी नेता बार-बार भारत के धार्मिक और संवेदनशील मुद्दों पर बोलकर नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, जो द्विपक्षीय रिश्तों को और अधिक नुकसान पहुंचा सकती है.
पलवशा मोहम्मद जई खान ने क्या कहा?
''ये (भारत) पाकिस्तान को धमकाते हैं तो ये पता होना चाहिए कि उस फौज में तकसीम है, उस फौज का कोई सिख सिपाही… कोई सिख फौजी… पाकिस्तान पर हमला करने को तैयार नहीं है. पाकिस्तान से जंग करने को तैयार नहीं है, क्योंकि उनके लिए गुरु नानक की धरती है. उनके लिए ये पाक धरती है. इस धरती के चप्पे-चप्पे पर गुरु नानक के कदम पड़े हैं और ये यहां में सिखों के जो लीडर हैं- गुरपतवंत सिंह पन्नू… उनकी जुर्रत को सलाम पेश करना चाहिए हमें हाउस को, जिन्होंने कहा है कि भारतीय पंजाब से कोई भारतीय फौज इस तरफ वो नहीं आने देंगे और ये धमकी हमें ये देते हैं कि हमारी लाशें बिछाएंगे तो इनको पता होना चाहिए कि फौज सिर्फ छह- सात लाख नहीं है. यहां 25 करोड़ लोग हैं, जो वक्त आने पर फौज के साथ हैं और ये इंशा अल्लाह ताला सिपाही बनेंगे. मैं अपनी बात खत्म करती हूं और मैं कहती हूं कि भुट्टो साहब ने कहा था कि हम हजार साल जंग करेंगे और बिलावल साहब ने भी उन्हीं की बात को रिपीट किया है और कहा है कि अगर यहां पानी नहीं बहेगा तो खून बहेगा दरियाओं में… मैं सिर्फ ये कहूंगी कि वो वक्त दूर नहीं है, जब बाबरी मस्जिद की पहली ईंट उसकी बुनियाद में पिंडी से एक आम सिपाही लगाएगा और उसमें पहली अजान पाकिस्तान का सिपासलार असीम मुनीर देगा.''