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संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सरकार को दिया अल्टीमेटम: मांगें नहीं मानी तो होगा बड़ा आंदोलन

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों ने आज एक पत्रकार वार्ता का आयोजन किया जिसमें उन्होंने सरकार के सामने प्रमुख मांगे रखते हुए बताया कि मध्य प्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का बड़ा आंदोलन शुरू हो गया है। लगभग 32,000 कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख मांगें हैं:
-संविलियन और नियमितीकरण: विभाग में रिक्त पदों पर संविलियन किया जाए और नियमित किया जाए।
– सुविधाओं में कटौती का विरोध*: पूर्व से दी जा रही सुविधाओं में कटौती का विरोध किया जा रहा है, जैसे कि ई. एल. और मेडिकल को पृथक करना।
– अनुबंध प्रथा का समापन: अनुबंध प्रथा को पूरी तरह से समाप्त किया जाए।
– अप्रेजल की समाप्ति: अप्रेजल जैसी कुरीति को समाप्त किया जाए।
– सेवा निवृत्ति की आयु में वृद्धि: सेवा निवृत्ति की आयु 65 वर्ष की जाए।
– एन.पी.एस., ग्रेच्युटी, स्वास्थ्य बीमा एवं डी.ए. की सुविधा: इन सुविधाओं को प्रदान किया जाए।
– समकक्षता (वेतन विसंगति) का निर्धारण: समकक्षता का निर्धारण सही तरीके से किया जाए।
– निष्कासित सपोर्ट स्टॉफ एवं मलेरिया एमपीडब्ल्यू की एनएचएम में वापसी: निष्कासित सपोर्ट स्टॉफ एवं मलेरिया एमपीडब्ल्यू को एनएचएम में वापस लिया जाए।
इन मांगों को लेकर स्वास्थ्य कर्मचारी चरणबद्ध आंदोलन करेंगे, जिसकी रूपरेखा बनाई गई है ।
– दिनांक 01.04.2025: प्रदेश के सभी जिलों में प्रेसवार्ता के माध्यम से शासन/विभाग को अवगत कराया जाएगा।
– दिनांक 07.04.2025: कार्यालय में समस्त स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर कार्य किया जाएगा।
– दिनांक 16.04.2025: रैली निकालकर, जिला स्तर पर कलेक्टर महोदय के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम से ज्ञापन सौंपा जाएगा।
– दिनांक 21.04.2025: प्रदेश के समस्त 32,000 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
इस आंदोलन के कारण प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ने की संभावना है। स्वास्थ्य कर्मचारियों की मांगें पूरी करने के लिए सरकार को जल्द से जल्द कदम उठाने होंगे।
पत्रकार वार्ता में मौजूद संविदा स्वास्थ कर्मचारी श्याम शर्मा, अनूप साहू, जगदीश गिरहरे, संजय बाऊसकर, सुमित उपाध्याय, उमंग सातनकर, संदीप वानखेडे, तुषार चौधरी मौजूद थे ।