ऐशबाग आरओबी विवाद पर सीएम का सख्त रुख, बोले – खामियों के साथ नहीं होगा उद्घाटन

भोपाल
ऐशबाग रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने साफ किया कि जब तक पुल की तकनीकी खामियों को दुरुस्त नहीं किया जाता, तब तक इसका लोकार्पण नहीं होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि 90 डिग्री तीखे मोड़ को लेकर जनता की चिंताएं जायज हैं और इस मोड़ को गोल करने की दिशा में जरूरी सुधार किए जाएंगे। यह काम जल्द शुरू होगा।
'पुल टूटेगा नहीं', सीएम ने दिए संकेत
जानकारी हो कि नईदुनिया द्वारा आरओबी को लेकर लगातार खबरें प्रकाशित की जा रही है । 26 जून के अंक में ‘90 डिग्री कोण से टूटी आवागमन की आस’ शीर्षक से खबर को प्रमुख से प्रकाशित किया गया । जनता की प्रक्रिया सरकार तक पहुंचाई गई। इसके बाद पहली बार मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आरओबी को लेकर पहली बार बयान दिया। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि पुल टूटेगा नहीं, बल्कि उसका मोड़ तकनीकी रूप से सुरक्षित और सुगम बनाया जाएगा ताकि भविष्य में सड़क दुर्घटनाएं न हो।
जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा, जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई
लोनिवि मंत्री राकेश सिंह के निर्देश के बाद पांच सदस्यों की समिति ने बारीकी से आरओबी की जांच की। जांच के बाद रिपोर्ट सरकार को मंगलवार को पेश की गई। मंत्री सिंह ने जांच में हुए खुलासे के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पूरे मामले से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने बयान में इस बात के संकेत दिए कि पुल की गलत डिजाइन बनाने वाले इंजीनियरों और जिम्मेदार अधिकारियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
भारी वाहनों की आवाजाही के लिए सुरक्षित नहीं पुल
जांच समिति की रिपोर्ट में इस बात को लेकर चिंता जताई गई है कि भारी वाहनों की आवाजाही के लिए यह आरओबी बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। हल्के वाहन भी तभी इस पुल से आसानी से गुजर सकते हैं जब उनकी रफ्तार कम रहे। आरओबी पर सुगम और सुरक्षित यातायात के लिए जरूरी है कि तीखे मोड़ को गोलाई दी जाए। इसके बाद ही इस पुल पर यातायात शुरू किया जाए।