मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 2024-25 के अंतर्गत 8 वर्किंग वूमेन हॉस्टल की स्वीकृति प्रदान की गई

भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश की कामकाजी महिलाओं के लिये वर्किंग वुमेन हॉस्टल की सौगात दी है। भारत सरकार की स्कीम फॉर स्पेशल असिस्टेंट ऑफ स्टेटस फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट 2024-25 के अंतर्गत 8 वर्किंग वूमेन हॉस्टल की स्वीकृति प्रदान की गई है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने कहा है कि योजना अंतर्गत महिला श्रम बल भागीदारी दर (फीमेल लेबर फोर्स पार्टिसिपेशन रेट) को बढ़ाने और महिलाओं के जीवन को आसान बनाने के उद्देश्य से प्रदेश में 8 वर्किंग वूमेन हॉस्टल की स्वीकृति प्रदान की गई है जिसमें से महिला बाल विकास विभाग द्वारा 4 वर्किंग वूमेन हॉस्टल और शेष 4 हॉस्टल औद्योगिक नीति निवेश प्रोत्साहन विभाग द्वारा बनाये जायेंगे।
289 करोड़ रूपये की स्वीकृति हुई जारी
मंत्री सुश्री भूरिया ने बताया कि महिला बाल विकास विभाग द्वारा देवास, नर्मदापुरम और सिंगरौली में 100 सीटर तथा झाबुआ में 50 सीटर हॉस्टल बनाये जायेंगे। औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग द्वारा उज्जैन में 1554 सीटर, धार में 1776, रायसेन 776 और भिण्ड में 666 सीटर हॉस्टल का निर्माण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि वर्किंग वूमेन हॉस्टल के निर्माण के लिये 289.72 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है, जिसमें से 40.59 करोड़ की राशि महिला बाल विकास विभाग व्यय करेगी। वर्किंग वूमेन हॉस्टल का स्वामित्व राज्य सरकार के पास रहेगा और रख-रखाव का काम पीपीपी मोड पर किया जायेगा।
हॉस्टल में होंगी आधुनिक सुविधाएँ
वर्किंग वूमेन हॉस्टल में आधुनिक सुविधाओं सहित डे केयर सेंटर, जिम, इंडोर स्पोर्टस, लायब्रेरी, वाय-फाई, पर्याप्त पार्किंग, फूड कोर्ट और मनोरंजन गतिविधियां आदि उपलब्ध होंगी। मंत्री सुश्री भूरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में सुरक्षित एवं सुविधाजनक आवास उपलब्ध कराये जा रहे हैं, जिससे कामकाजी महिलाओं का जीवन आसान होगा। विशेष रूप से जनजातीय एवं औद्योगिक क्षेत्रों में महिला श्रमिकों की आवास जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यह योजना क्रांतिकारी सिद्ध होगी।