खेल

आशुतोष शर्मा ने दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से खेलते हुए लखनऊ सुपर जाइंट्स के जबड़े से छीनी जीत, अब बना नई सनसनी

नई दिल्ली
दो साल पहले घरेलू क्रिकेट में एक युवा खिलाड़ी ने सबसे तेज फिफ्टी जड़कर सनसनी मचा दी थी। 2023 की सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी। रेलवे बनाम अरुणाचल प्रदेश का मैच। रेलवे की तरफ से खेलते हुए एक लड़के ने गर्दा मचा दिया। सिर्फ 11 गेंदों में पचासा ठोक डाला। किसी भी भारतीय बैटर की सबसे तेज हाफ सेंचुरी। लड़के का नाम आशुतोष शर्मा। वही जिसने दिल्ली कैपिटल्स की तरफ से खेलते हुए सोमवार को लखनऊ सुपर जाइंट्स के जबड़े से जीत छीन ली। आईपीएल में शर्मा की ये कोई पहली आतिशी पारी नहीं है। पिछले सीजन में भी उन्होंने बल्ले से धूम-धड़ाका किया था लेकिन तब उनकी टीम दिल्ली कैपिटल्स नहीं, बल्कि पंजाब किंग्स थी। दिल्ली के हाथ इस हीरे के लगने की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है।

2023 में मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनके जबरदस्त प्रदर्शन ने पंजाब किंग्स के बैटिंग कोच संजय बांगर का ध्यान खींचा था। नतीजा ये हुआ कि आईपीएल ऑक्शन में पंजाब किंग्स ने आशुतोष शर्मा को 20 लाख की बेस प्राइस में खरीद लिया। इस तरह शुरू हुआ शर्मा का आईपीएल सफर। पिछले सीजन में जब भी उन्हें बल्लेबाजी का मौका मिला, उन्होंने भुनाने में कोई कोताही नहीं बरती। बल्ले से एक अलग ही छाप छोड़ी। 17 गेंद में 31 रन, 15 गेंदों में नाबाद 33, 16 गेंद में 31 रन…ये आंकड़े उनके विध्वंसक रूप की गवाही दे रहे। मुंबई इंडियंस के खिलाफ एक मैच में तो शर्मा ने महज 28 गेंदों में 61 रनों की जबरदस्त पारी खेली। इस दौरान 2 चौके जड़े और 7 छक्के उड़ाए लेकिन कसर रह गई। टीम को जिता नहीं पाए।

इसके बाद आया 2025 का आईपीएल ऑक्शन। 'कौड़ियों' के भाव में मिले आशुतोष शर्मा को पंजाब किंग्स ने रिलीज कर दिया। उनके लिए बोली की शुरुआत की आरसीबी ने। राजस्थान रॉयल्स भी शर्मा को लेना चाहती थी, लिहाजा वह भी कूद गई बोली में। उन्हें लेने के लिए टीमों में जैसे होड़ मच गई। दिल्ली कैपिटल्स भी रेस में कूद गई तो उन्हें रिलीज करने वाली पंजाब किंग्स भी बोली में शामिल हो गई। आखिरकार दिल्ली कैपिटल्स ने 3.8 करोड़ की बोली लगाकर आशुतोष शर्मा को खरीद लिया। अब शर्मा अपनी दिलेर पारी से टीम को रोमांचक जीत दिलाकर आईपीएल 2025 की नई सनसनी बनकर उभरे हैं। उन्होंने 31 गेंदों में नाबाद 66 रन बनाए।

आशुतोष शर्मा ने सोमवार को लखनऊ के खिलाफ असंभव सी दिख रही जीत को संभव कर दिखाया। लखनऊ ने जीत के लिए 210 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था। जवाब में दिल्ली के 7 रनों पर ही 3 विकेट गिर चुके थे। 13वें ओवर तक 6 विकेट जा चुके थे। उसके बाद शर्मा और विपराज निगम के बीच 55 रनों की साझेदारी हुई लेकिन 17वें ओवर की पहली गेंद पर ही निगम आउट हो गए। तब दिल्ली का स्कोर था 7 विकेट परप 168 रन। अगले ओवर में स्टार्क भी आउट हो गए। आखिरी 2 ओवर में दिल्ली को जीत के लिए 22 रन की दरकार थी लेकिन 19वें ओवर में कुलदीप यादव के रूप में नौवां विकेट भी गिर गया। टीम का स्कोर था 192 रन। एक छोर से आशुतोष शर्मा अकेले किला लड़ा रहे थे। याद के आउट होते ही अब आखिरी जोड़ी मैदान में थी। जीत के लिए 9 गेंदों में 18 रन चाहिए थे। लखनऊ की जीत तय दिख रही थी लेकिन आशुतोष ने कमाल कर दिया। 3 गेंद शेष रहते ही छक्के के साथ टीम को जीत दिला दी।

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