जानकारी के अनुसार, बिछुआ निवासी संदीप मिनोटे की बेटी रोही की तबीयत बीते सोमवार को खराब हुई थी। परिवारवालों ने डॉक्टर से जांच कराए बिना ही बिछुआ में कुरेठे मेडिकल स्टोर से आयुर्वेदिक सिरप लेकर उसे दवा दे दी। सिरप लेने के चार दिन बाद मंगलवार को बच्ची की हालत अचानक बिगड़ गई। परिजन उसे सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक बच्ची ने दम तोड़ दिया।
बच्ची के परिजनों का आरोप है कि सिरप की वजह से ही उसकी तबीयत बिगड़ी और अस्पताल में भी इलाज के दौरान लापरवाही हुई। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने ड्रग इंस्पेक्टर, बीएमओ और एक अन्य अधिकारी की टीम गठित कर जांच शुरू कर दी है।
बिछुआ एसडीओपी ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर मर्ग कायम किया गया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब छिंदवाड़ा जिले में ही जहरीले कफ सिरप से 24 बच्चों की मौत का मामला अभी चर्चा में है, जिससे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।