“ट्रेनी डॉक्टर की ज़ुबान फिसली या सोच उजागर? एमएलसी के दौरान युवाओं को दी आपत्तिजनक सलाह”

यह घटना उस समय की है जब कुछ युवक अपनी एमएलसी (मेडिको लीगल केस) कराने जिला अस्पताल पहुंचे थे। वहां मौजूद डॉक्टर सानिध्य दुबे से बातचीत के दौरान जब एक युवक ने अपनी इच्छा जाहिर की कि वह भविष्य में डॉक्टर बनना चाहता है, तो डॉ. दुबे ने मजाकिया लेकिन आपत्तिजनक लहजे में जवाब दिया:
“अरे, इतने डॉक्टर बनकर क्या करोगे? यहां एक पोस्ट खाली नहीं है। हम चार तो यहीं बैठे हैं। इससे अच्छा माफिया बनो, चरस-गांजा बेचो, पैसा कमाओ। पूरी दुनिया तुम्हारे लिए काम करेगी। फिर 6-8 महीने में 30-40 करोड़ जमा करो और विधायक-पार्षद का चुनाव लड़ो।”
करीब 45 सेकंड का यह वीडियो किसी व्यक्ति द्वारा मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया गया और सोमवार, 22 सितंबर 2025 को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो में डॉक्टर दुबे का चेहरा स्पष्ट रूप से नजर आ रहा है।
मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है।
छिंदवाड़ा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. नरेश गोन्नाडे ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा:
“हां, यह वीडियो हमने भी देखा है। यह डॉक्टर एमएलसी के दौरान युवकों से बातचीत में ऐसी बातें कर रहा है जो नियमों के विरुद्ध और अशोभनीय हैं। यह प्रशासन और शासन दोनों के लिए गंभीर विषय है। हमने डॉक्टर सानिध्य दुबे को नोटिस जारी किया है और इनको हटाने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। इनकी नियुक्ति एनएचएम भोपाल के माध्यम से हुई थी।”
स्वास्थ्य विभाग ने इस कृत्य को डॉक्टर की अनुशासनहीनता और सेवा आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए शासन से ट्रेनी डॉक्टर को हटाने की सिफारिश की है।
फिलहाल जिला अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग में इस पूरे प्रकरण को लेकर चर्चा का माहौल गर्म है ।



