पेयजल की व्यवस्था बनाने में नाकाम पीएचई, बैल गाडी से पानी लाने को मजबूर ग्रामीण

पांढुर्णा – सरकार की महत्वकांक्षी योजना नल जल योजना के माध्यम से ग्रामीण अंचलो के टोले मंजरे गांवों में पेयजल व्यवस्था बनाई जा रही है लेकिन कार्यों की रफ्तार धीमी पड़ी हुई पांढुर्णा जिले के आदिवासी अंचल के ग्राम पंचायत टमनी शाहनी ग्राम-वड्डामाल मे देखा जा सकता. जनवरी महीने में ही पेयजल की भारी विकराल समस्या सामने आई है. यहा निवासर्थ आदिवासियों के लिए बड़ी समस्या बनी हुई है. इधर विकास खण्ड स्तर पर पीएचई विभाग के आला अधिकारी इंजीनियर और ठेकेदार मुखदर्शक बने हुए है और वहीं गरीब आदिवासी अपने गांव से एकत्रित होकर जिला कलेक्टर कार्यालय जाने को मजबूर होना पड़ रहा है.जनसुनवाई में पहुंचे ग्रामीणों ने पेयजल की समस्या को लेकर कलेक्टर कार्यालय में आवेदन दिया है. ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम-वड्डाभाल मे पेयजल की विकराल समस्या है.पुराने नल कूप से 8 दिन के अंतराल पर ग्रामीणों को पेयजल सप्लाई किया जा रहा है. ग्राम का कुआं भी सुखने की कगार पर है. ग्रामीण आदिवासियों के लिए खेत के कुओं से पानी भरने मजबूर होना पड़ रहा है.इतनही नहीं लम्बी दूरी तय करके बैल गाडी का उपयोग करना भी मजबूरी बनी हुई है. पीएचई विभाग के महकमे के इंजीनियर का कोई ध्यान नहीं है. ग्रामीणों ने बताया कि पीएचई विभाग के इंजीनियर साहब को सैकड़ों बार ग्राम की पेयजल व्यवस्था बनाने कई बार आवेदन दिया गया परन्तु उन्हों का कोई ध्यान नहीं है.जल जिवन मिशन योजना द्वारा कुआ एवं पाईपलाईन डाली गई है इस कुआ मे भरपुर पानी है परंतु पीएचई विभाग के इंजीनियर इस नये कुआ में मोटर नहीं लगा रहे है कुआ में मोटर लगाने से पेयजल की समस्या का समाधान जल्द होगा परंतु पीएचई विभाग के इंजीनियर साहब ग्राम में आते ही नहीं ग्रामीणों ने जिला प्रशासन के अधिकारी से पेयजल समस्या का जल्द समाधान करने की मांग की है.