छिंदवाड़ा के वार्ड 39 में सीवर संकट! चौक चैंबरों से फैल रही दुर्गंध, संक्रमण का बढ़ा खतरा

छिंदवाड़ा- नगर निगम छिंदवाड़ा के वार्ड क्रमांक 39 में सीवर लाइन की भारी अनियमितता और लापरवाही के चलते नागरिकों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। विगत 15 दिनों से वार्ड के कई क्षेत्रों में सीवर चैंबरों से लगातार मानव मल युक्त दूषित जल का ओवरफ्लो हो रहा है, जिससे पूरे मोहल्ले में दुर्गंध फैली हुई है और संक्रमण की प्रबल आशंका बन गई है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, बार-बार शिकायतों के बावजूद नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी पूरी तरह उदासीन बने हुए हैं। महापौर हेल्पलाइन पर कॉल करना भी अब ‘शोभा की सुपारी’ जैसा प्रतीत हो रहा है, क्योंकि वह हमेशा व्यस्त ही मिलती है। वहीं निगम अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी ‘नॉट रीचेबल’ की सूची में शामिल हो गए हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वार्ड पार्षद ने तत्काल लक्ष्मी सिवरेज कंपनी को बुलवाया। जांच में पाया गया कि वार्ड की अधिकांश सीवर लाइनें पूरी तरह चौक हो चुकी हैं, जिससे चैंबरों का दूषित जल सड़कों पर बह रहा है। कंपनी द्वारा मशीन से सफाई के प्रयास किए गए, लेकिन वह भी विफल रहे।
इस पूरे घटनाक्रम का सबसे दुखद पहलू यह रहा कि क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक, 75 वर्षीय सेवानिवृत्त प्राचार्य सुशील चंदेल, जो इस दूषित जल के निकटवर्ती क्षेत्र में निवास करते हैं, की तबीयत लगातार फैल रही दुर्गंध के कारण बिगड़ गई। परिवार और आसपास के लोग भारी चिंता में हैं।

वार्डवासियों ने पार्षद को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि जल्द समस्या का समाधान नहीं हुआ तो क्षेत्र में जनआंदोलन खड़ा किया जाएगा। अब बड़ा सवाल यह है कि इस गंभीर स्थिति की जिम्मेदारी किसकी है? — निगम के संबंधित अधिकारी या सिवरेज कंपनी? स्थानीय लोग अब निगम प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं कि वार्डवासियों को संक्रमण और दुर्गंध से राहत दिलाई जाए।



