मुंबई में यात्रियों की मुसीबतें बढ़ीं: Ola-Uber ड्राइवरों की ये हैं प्रमुख मांगें

मुंबई
मुंबई में ओला और उबर ड्राइवरों की हड़ताल आज लगातार चौथे दिन भी जारी रही, जिससे शहर के लाखों यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। महाराष्ट्र गिग वर्क्स मंच के नेतृत्व में चल रहे इस विरोध प्रदर्शन के कारण लगभग 90% ऐप-आधारित कैब सड़कों से नदारद हैं। इस हड़ताल से जूझ रहे ड्राइवर आज शुक्रवार, 18 जुलाई को सुबह 10 बजे मुंबई के ऐतिहासिक आज़ाद मैदान में धरना प्रदर्शन करने वाले हैं।
मुंबई एयरपोर्ट पर यात्रियों की सबसे ज़्यादा मुश्किल
इस हड़ताल का सबसे बुरा असर मुंबई एयरपोर्ट पर देखने को मिल रहा है। यहां यात्रियों को अपनी फ्लाइट पकड़ने या घर पहुंचने के लिए लंबे इंतज़ार और बहुत ज़्यादा किराए का सामना करना पड़ रहा है। हालात को देखते हुए, एयरपोर्ट अथॉरिटी ने सोशल मीडिया पर एक यात्रा सलाह (Travel Advisory) जारी की है। इसमें यात्रियों से अपील की गई है कि वे अपनी यात्रा की योजना पहले से बना लें और परिवहन के लिए कोई दूसरा इंतज़ाम करें। हड़ताल के कारण शहर भर में बसों, ऑटो-रिक्शा और मेट्रो सेवाओं में भीड़ बढ़ गई है।
ओला-उबर ड्राइवर क्यों कर रहे हैं प्रदर्शन? जानें उनकी मुख्य मांगें
मुंबई और महाराष्ट्र में ओला-उबर ड्राइवर उचित वेतन और बेहतर कामकाजी परिस्थितियों की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मुख्य मांगें ये हैं:
➤ किराए में बराबरी: ड्राइवर चाहते हैं कि उनका किराया पारंपरिक काली-पीली टैक्सियों के बराबर हो।
➤ बाइक टैक्सियों पर प्रतिबंध: वे बाइक टैक्सी सेवाओं (जैसे रैपिडो) पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं।
➤ परमिट की सीमा: ऑटो और टैक्सी परमिट की संख्या सीमित की जाए।
➤ कम कमीशन: कैब एग्रीगेटर (ओला-उबर) उनसे जो कमीशन लेते हैं, उसे कम किया जाए।
➤ कल्याण बोर्ड और एक्ट: वे ऐप-आधारित ड्राइवरों के लिए एक कल्याण बोर्ड बनाने और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए 'महाराष्ट्र गिग वर्कर्स एक्ट' लागू करने की भी मांग कर रहे हैं।
सरकार से बातचीत विफल, हड़ताल जारी रहने के आसार
राज्य के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक के साथ हाल ही में हुई बैठक के बावजूद, अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है। टाइम्स नाउ न्यूज के अनुसार, सरनाईक ने कहा, "हमने सब कुछ समझाया, लेकिन विरोध अभी भी जारी है। यह सही नहीं है।"