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छिंदवाड़ा में EOW का बड़ा एक्शन: उपयंत्री और ग्राम रोजगार सहायक गिरफ्तार

छिंदवाड़ा-आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ जबलपुर ने छिंदवाड़ा में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक उपयंत्री और एक ग्राम रोजगार सहायक को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। आरोपियों की पहचान नीरज डेहरिया, उपयंत्री, जनपद पंचायत चौरई और आशीष शर्मा, ग्राम रोजगार सहायक, ग्राम पंचायत खिरखिरी के रूप में हुई है।
क्या है मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम पंचायत खिरखिरी की सरपंच आरती वर्मा से दोनों आरोपियों ने नाली और सड़क निर्माण के कार्य के निरीक्षण और कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र जारी करने के लिए रिश्वत की मांग की थी। उपयंत्री नीरज डेहरिया ने 50,000 रुपये और ग्राम रोजगार सहायक आशीष शर्मा ने 15,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
कैसे हुई शिकायत?
शिकायतकर्ता लालजी सोलंकी, निवासी ग्राम खिरखिरी ने आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ, जबलपुर को 15 जुलाई 2025 को शिकायत दर्ज कराई कि उसके भाई की पत्नी आरती वर्मा ग्राम पंचायत खिरखिरी की सरपंच हैं और दोनों आरोपियों द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही है। शिकायत की सत्यापन प्रक्रिया में शिकायत सत्य पाई गई।
कैसे हुई कार्रवाई?
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की टीम ने 18 जुलाई 2025 को दोनों आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया। टीम ने दोनों आरोपियों को चौरई कस्बा में एक साथ रिश्वत की पहली किश्त लेते हुए पकड़ लिया। उपयंत्री नीरज डेहरिया के पास से 25,000 रुपये और ग्राम रोजगार सहायक आशीष शर्मा के पास से 5,000 रुपये बरामद किए गए।
ट्रैप दल की टीम
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की ट्रैप दल की प्रथम टीम में श्री मनजीत सिंह, उपुअ, श्रीमती प्रेरणा पाण्डेय, निरीक्षक, श्री मोमेन्द्र कुमार मर्सकोले, निरीक्षक, आर० सगीर खान और आर० सुमित पाण्डेय शामिल थे। अतिरिक्त टीम में श्री ए. व्ही. सिंह, अपुअ, श्रीमती भूमेश्वरी चौहान, निरीक्षक, प्र०आर० कयूम खान, आर० सुमित रजक और श्रीमती जसलीन कौर शामिल थे।
आगे की कार्रवाई
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की टीम ने दोनों आरोपियों से बरामद राशि को जब्त कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है। आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
