एजबेस्टन में ऐसे टूटेगा ‘बैजबॉल’ का घमंड, इतना टारगेट दिया तो भारत की जीत पक्की

एजबेस्टन
भारत-इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम के एजबेस्टन में एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 का दूसरा मैच खेला जा रहा है. शुक्रवार (4 जुलाई) को मैच का तीसरा दिन था. पहले इंग्लैंड की पहली पारी 407 के स्कोर पर सिमट गई. सिराज ने 6 विकेट झटके हैं जबकि आकाशदीप को 4 सफलता मिली है. इंग्लैंड के 6 बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल सके. भारत के पास 180 रनों की बढ़त थी. इसके बाद भारत ने दूसरी पारी में दिन का खेल खत्म होने तक यशस्वी जायसवाल का विकेट गंवाकर 64 रन बना लिए थे. यानी भारत की लीड अब 244 रन की हो गई है.
मोहम्मद सिराज ने तीसरे दिन की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की. अपने खाते के पहले ही ओवर में उन्होंने जो रूट और कप्तान स्टोक्स को आउट कर दिया. हालांकि, वो हैट्रिक नहीं ले सके. लेकिन इसके बाद स्मिथ और ब्रूक ने कमाल की बल्लेबाजी की. दोनों के बीच 300 से ज्यादा रनों की साझेदारी हुई. लेकिन ब्रूक के आउट होते ही इंग्लैंड की पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई. भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में शुभमन गिल के शानदार दोहरे शतक के दम पर 587 रन बनाए थे.
एजबेस्टन में ऐसे टूटेगा 'बैजबॉल' का घमंड
दूसरी पारी में भारत ने एक विकेट के नुकसान पर 64 रन बना लिए हैं. केएल राहुल 28 और करुण नायर 7 रन पर नाबाद हैं. यशस्वी जायसवाल 28 रन बनाकर आउट हुए. भारत को पहली पारी में 180 रन की बढ़त मिली थी. इस तरह टीम इंडिया की कुल बढ़त 244 रन की हो गई है. इससे पहले इंग्लैंड की पहली पारी 407 रन पर समाप्त हुई. अब सबसे बड़ा सवाल है कि भारतीय टीम इंग्लैंड को कितने रनों की टारगेट देगी जिससे भारत की जीत पक्की हो सकती है. इस सवाल पर NDTV के कंसल्टिंग एडिटर बोरिया मजूमदार ने अपनी राय दी है.
वाशिंगटन सुंदर और रविंद्र जडेजा ने रन बनाए जो अहम थे
बोरिया मजूमदार वाशिंगटन सुंदर और रविंद्र जडेजा को लेकर भी अपनी राय दी और कहा, दोनों ने रन बनाए हैं. लेकिन कुलदीप यादव यदि इस मैच में खेलते तो यकीनन भारत को फायदा होता . इंग्लैंड के बल्लेबाज स्पिन को अच्छा नहीं खेलते हैं. ऐसे में यकीनन भारत को कुलदीप से फायदा मिलता.
भारत की दूसरी पारी की हाइलाइट्स
दूसरी पारी का आगाज यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने किया. भारत के पास पहले से ही 180 रनों की बढ़त थी. लेकिन यशस्वी 28 रन बनाकर आउट हो गए. लेकिन दिन का खेल खत्म होने तक केएल राहुल और करुण नायर ने 64 रन जोड़ लिए थे. भारत की लीड अब 244 रनों की हो गई है.
एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम को उधेड़ने के बाद भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने कहा कि उन्हें जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में आक्रमण की अगुआई करने की जिम्मेदारी उठाने में मजा आ रहा है। उन्होंने शुक्रवार को दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान 70 रन देकर छह विकेट चटकाए और मेहमान टीम को बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई। सिराज ने अपने शानदार प्रदर्शन को अविश्वसनीय बताया और कहा कि इसका उन्हें लंबे समय से इंतजार था।
छह विकेट लेने वाले सिराज बोले- लंबे समय से इंतजार था
वहीं, तेज गेंदबाज आकाश दीप ने भी चार विकेट लिए। उन्होंने कहा कि वह इंग्लैंड में सीम और स्विंग कराने की सोच रहे थे, लेकिन वैसे हालात नहीं थे। वहां अनुशासन के साथ गेंदबाजी करना ज्यादा महत्वपूर्ण था। भारत ने पहली पारी में 587 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड की पहली पारी 407 रन पर सिमट गई। जेमी स्मिथ (207 गेंदों पर नाबाद 184 रन) और हैरी ब्रूक (234 गेंदों पर 158 रन) के शतकों की वजह से इंग्लिश टीम इस स्कोर तक पहुंच पाई। ब्रूक और स्मिथ ने मिलकर 368 गेंदों पर 303 रन की साझेदारी की।
'लंबे समय से इस स्पेल का इंतजार था'
सिराज ने कहा, 'यह अविश्वसनीय है क्योंकि मैं लंबे समय से इसका इंतजार कर रहा था। मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं, लेकिन विकेट नहीं ले पा रहा हूं। मैंने इससे पहले यहां केवल चार विकेट लिए थे, इसलिए छह विकेट लेना बहुत खास है।' सिराज ने कहा कि विकेट धीमा था, जिससे अनुशासन बनाए रखना महत्वपूर्ण हो गया। उन्होंने कहा, 'विकेट बहुत धीमा था, लेकिन जब आपको आक्रमण का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी जाती है, तो मेरा लक्ष्य बहुत अधिक प्रयास न करके सही क्षेत्रों में गेंदबाजी करना और अनुशासन के साथ गेंदबाजी करना होता है। मेरी मानसिकता रन नहीं देना था।'
'मुझे चुनौतियां पसंद हैं…'
इस टेस्ट के लिए बुमराह को आराम दिए जाने के बाद सिराज ने आकाश दीप और प्रसिद्ध कृष्णा की अपेक्षाकृत कम अनुभव वाली तेज गेंदबाजी इकाई का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा, 'यह आकाश दीप का तीसरा या चौथा मैच है, प्रसिद्ध के लिए भी यही है, इसलिए मेरा ध्यान केवल निरंतर बने रहने और दबाव बनाने पर था। मुझे अलग-अलग चीजें आजमाने का मन कर रहा है, लेकिन मुझे निरंतर बने रहना है।' बुमराह के बिना गेंदबाजी करते हुए अपने शानदार रिकॉर्ड के बारे में पूछे जाने पर, सिराज ने कहा, 'मुझे जिम्मेदारी पसंद है, मुझे चुनौती पसंद है।'
'धीमी होती जा रही है पिच…'
भारत अभी इंग्लैंड से 244 रन आगे है और सिराज ने कहा कि मेहमान टीम का पलड़ा भारी है, लेकिन उन्होंने बड़ा लक्ष्य निर्धारित करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, 'हम अभी काफी आगे हैं, लेकिन हमारी योजना अधिक से अधिक रन बनाने की है, क्योंकि हम उनकी आक्रामक मानसिकता को जानते हैं।' पिच के व्यवहार पर सिराज ने कहा, 'दिन-ब-दिन पिच धीमी होती जा रही है। अगर आप एक ही क्षेत्र में गेंदबाजी करते रहेंगे… अगर आप रन लुटाना शुरू कर देंगे, तो उसे रोकना मुश्किल होगा। हमने स्मिथ और ब्रूक के साथ ऐसा देखा। यहां धैर्य बहुत महत्वपूर्ण है।'
लीड्स टेस्ट में मौका नहीं मिलने से निराश थे आकाश?
आकाश दीप ने भी सपाट सतह पर नई गेंद का भरपूर इस्तेमाल किया और इंग्लैंड की धरती पर अपने पहले मैच की पहली पारी में चार विकेट चटकाए। आकाश दीप, जो ज्यादातर फुलर लेंथ से गेंदबाजी करते हैं और ऑफ स्टंप पर अटैक करते हैं, उन्होंने सिराज के साथ मिलकर भारत को पहली पारी में 180 रन की बढ़त दिलाई। बुमराह की जगह टीम में आने के बाद उन पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव था। यह पूछे जाने पर कि क्या लीड्स में पहले टेस्ट के लिए नहीं चुने जाने से वह निराश थे? इस पर आकाश ने कहा, 'मैं ऐसा नहीं सोचता। मैं सिर्फ अपनी तैयारी पर ध्यान देता हूं। विकेट और उनकी बल्लेबाजी लाइन अप जिस तरह की है, आपको इसे सरल रखना होगा और अपनी ताकत के अनुसार गेंदबाजी करनी होगी।'
'सिराज और मैं लगातार एक दूसरे से बात कर रहे थे'
आकाश ने कहा, 'सिराज और मैं बीच में नियमित रूप से एक-दूसरे से बात कर रहे थे, योजना एक साथ अटैक करने की और रन नहीं देने की थी। मुझे उम्मीद थी कि इंग्लैंड में गेंद सीम और स्विंग करेगी, लेकिन इस तरह के सपाट विकेटों पर, आप अपनी योजनाओं के बारे में केवल अनुशासित हो सकते हैं।' उन्होंने कहा कि जब वह नहीं खेल रहे थे तो गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल और मुख्य कोच गौतम गंभीर के लगातार समर्थन ने उन्हें तब भी अच्छे मूड में रहने में मदद की। आकाश ने कहा, 'मोर्कल और गंभीर इंग्लैंड में खेलने के अपने अनुभव साझा कर रहे थे। उनका समर्थन मेरे खेल में झलकता था। उन्होंने मेरी तारीफ की और मुझे इससे प्रेरणा मिली।'
आकाश को इस दिन पता चला कि वह दूसरा मैच खेल रहे
यह पूछे जाने पर कि उन्हें कब पता चला कि वह दूसरे टेस्ट में खेल रहे हैं? आकाश ने बताया, 'मुझे मैच से एक दिन पहले (1 जुलाई) ही पता चला कि मैं खेलूंगा, लेकिन मेरी मानसिकता हमेशा तैयार रहने की है। मैं यह नहीं सोच रहा कि लॉर्ड्स में क्या होगा। मेरा ध्यान इस मैच को जीतने पर है। हमारे पास अभी भी दो दिन बचे हैं।' इस तरह के प्रदर्शन के बाद, आकाश दीप ने अगले टेस्ट के लिए अपनी जगह पक्की कर ली है, जबकि बुमराह की वापसी तय है। आकाश के खेलने पर तीसरे टेस्ट से प्रसिद्ध कृष्णा को बाहर किया जा सकता है। ऐसे में बुमराह, सिराज और आकाश जिम्मा संभालेंगे।
'100 रन बनाने के लिए बेताब था, स्मिथ ने कमाल किया'
27 टेस्ट मैचों में अपना नौवां टेस्ट शतक जड़ने के बाद ब्रूक खुश दिखे, लेकिन मैदान पर लंबे समय तक खेलने के कारण वह दर्द में थे। उन्होंने 234 गेंदों पर 158 रन बनाए और स्मिथ के साथ 303 रनों की ऐतिहासिक साझेदारी की। स्मिथ 207 गेंदों पर 184 रन बनाकर नाबाद रहे। दिन का खेल खत्म होने के बाद ब्रूक ने कहा, 'मैं बहुत थका हुआ हूं, लेकिन स्मिथ के साथ बल्लेबाजी करना अच्छा लगा। जिस तरह से उन्होंने दबाव बनाया, वह शानदार था। दूसरे छोर से देखना बहुत अच्छा था। लगा कि वह हर गेंद पर चौका और छक्का मार सकते हैं।'
अपनी पारी और स्मिथ के साथ शानदार साझेदारी के बारे में उन्होंने कहा, 'मैं शतक बनाने के लिए बेताब था। खेल की स्थिति यह थी कि हम काफी पीछे थे। हमारी बातचीत इस तरह थी कि चलते रहो और अच्छा खेलते रहो। अभी भी भारतीय टीम आगे है, लेकिन अगर चौथे दिन हमें तीन-चार विकेट मिल गए, तो नहीं जान सकते कि खेल किस ओर जाएगा। भारतीयों ने नई गेंद से अच्छी गेंदबाजी की। बस इतना ही किया कि विकेट मिल जाएं। वहां बहुत सारे विकेट लिए जा सकते हैं।'