मध्य प्रदेशराज्य

सिंगरौली, SP मनीष खत्री ने देर रात किया बड़ा फेरबदल! एक साथ 156 आरक्षक से लेकर उप निरीक्षक इधर से उधर!

सिंगरौली 

पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा सिंगरौली जिले में 7 उप निरीक्षक, 42 एएसआई समेत 156 पुलिस कर्मियों का तबादला आदेश जारी किया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। तबादले के महज 24 घंटे के अंदर 14 एएसआई, 15 प्रधान आरक्षक समेत 38 पुलिस कर्मियों के आदेश यह हवाला देकर संशोधित किया गया। जिसमें प्रभारी मंत्री का अनुमोदन लिया गया है। जबकि पहली लिस्ट में प्रभारी मंत्री के अनुमोदन का कोई जिक्र नहीं किया गया है। जबकि जिले के कई ऐसे थाना और अनुभाग अफसरों के कार्यालयों में रसूखदार पुलिस कर्मी अभी भी जमे हुए हैं।

निर्देशों का पालन नहीं
जानकारी के अनुसार एसपी सिंगरौली द्वारा पुलिस मुख्यालय भोपाल(MP Police Transfer) के टाइम लाइन 16 जून तक पुलिस कर्मियों के तबादला आदेश जारी करने के परिपालन में 16 जून की देर शाम सात उप निरीक्षक, 42 सहायक उप निरीक्षक समेत 156 पुलिस कर्मियों की सूची जारी कर दी गई। जिसमे प्रभारी मंत्री का कोई जिक्र नहीं था। आनन फानन में जारी तबादला सूची से कई पुलिस कर्मियों में भगदड़ सी मच गई। कइयों में अपने रसूख और जैक लगाना शुरू कर दिया। जिसके परिणाम स्वरुप पुलिस अधीक्षक को 25 घंटे के अंदर 17 जून को ही 14 सहायक उप निरीक्षक, 15 प्रधान आरक्षक और 9 आरक्षकों की संशोधित सूची प्रभारी मंत्री के अनुमोदन मिलने का हवाला देकर जारी की गई। जिसको लेकर लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। जानकारों का कहना है कि पुलिस प्रशासन द्वारा जारी तबादला सूची में पुलिस मुख्यालय भोपाल के पूरे निर्देशों का पालन नहीं किया गया है।

मंत्री, सांसद, विधायकों से सिफारिश की दौड़
सूत्रों की माने तो कुछ पुलिस कर्मियों द्वारा अभी भी मनचाही पोस्टिंग के लिए मंत्री, सांसद और विधायकों के पास सिफारिश के लिए दौड़ लगाई जा रही है। बताया जाता है कि तबादला के 5 दिन बीत जाने के बाद भी रिलीव नहीं हो रहे हैं। मनचाही पोस्टिंग के लिए माननीयों के सिफारिश की जुगाढ़ में लगे हुए हैं।

जहां विवादित रहे, हटाया फिर वहीं पोस्टिंग
पुलिस मुयालय भोपाल द्वारा जिले में पुलिस कर्मियों के तबादला आदेश पोस्टिंग के लिए गाइड लाइन जारी की गई है लेकिन जिले में ऐसे कई मामले है जिनका पीएचक्यू के गाइड लाइन को सीधा दरकिनार कर दिया गया है। बताया जाता है कि एक एएसआई जहा विवादित था। उसे हटाया भी गया। मगर फिर पोस्टिंग कराने में कामयाब रहा। बताया जाता है कि जिले में कई ऐसे मामले है जो पुलिस मुयालय के आदेश का उल्लंघन होता दिखाई दे रहा है।

 

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