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मोहगांव जलाशय पीड़ित किसानों की मांगें और समाधान: सांसद निधि से 2 लाख, धरना समाप्त, सांसद ने की कलेक्टर से बात

पांढुर्णा जिले के मोहगांव जलाशय के पीड़ित किसान अपनी मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर जल संसाधन कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए थे। इन किसानों का नेतृत्व सुदामा जी कर रहे थे। दरअसल, ये किसान बुधवार को अधिकारी को अपना मांग पत्र सौंपने पहुंचे थे, लेकिन अधिकारी के छुट्टी पर होने के कारण वे उनका इंतजार करने लगे। शाम होने पर इन्होंने खुद ही खाना बनाया और रात में कार्यालय के सामने ही डटे रहे।

गुरुवार को जब सांसद बंटी विवेक साहू को किसानों की सूचना मिली, तो उन्होंने किसानों को अपने कार्यालय बुलाकर उनकी मांगें सुनीं। सांसद ने कलेक्टर पांढुर्णा अजयदेव शर्मा से फोन पर बात कर मामले को समझा और जल्द से जल्द किसानों की मांगों का निराकरण करने के निर्देश दिए। सांसद ने अपनी सांसद निधि से 2 लाख रुपये मोक्षधाम के लिए तत्काल स्वीकृत किए, जो किसानों की प्रमुख मांगों में से एक थी। इसके बाद किसानों ने अपना धरना समाप्त कर दिया और अपने गांव चले गए।
ये थी किसानों की प्रमुख मांगें:
– *पूरक अवार्ड*: छुटी हुई परिसंपत्ति का पूरक अवार्ड बनाया जाए, जिसमें अभी भी 36 किसानों की परिसंपत्तियों को अवार्ड में सम्मिलित नहीं किया गया है।
– *विस्थापन*: 109 किसानों के आवेदन जमा किए गए हैं, लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार का कोई निराकरण नहीं किया गया है।
– *मूलभूत सुविधाएं*: विस्थापन स्थल पर पानी, सामुदायिक भवन, प्राथमिक शाला भवन, मोक्षधाम एवं मंदिर आदि मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाएं।
– *प्लाट के बदले राशि*: प्लाट के बदले राशि लेने वाले विस्थापित परिवारों को 50,000 रुपये की राशि दी जाए।
– *रास्तों का निर्माण*: ग्राम भुम्मा से मुंगनापार, भुम्मा से घोडकीढाना और नंदेवानी से सरकीखापा रास्तों का निर्माण कार्य शुरू किया जाए, जिससे लगभग 200 किसानों की 150 हेक्टेयर जमीन पर कृषि कार्य संभव हो सके।
– *मुद्रक शुल्क*: मुद्रक शुल्क दिया जाए।
– *मोक्षधाम*: नंदेवानी ग्राम में मोक्षधाम बनाया जाए।
– *न्यायालयीन प्रकरण*: 65 किसानों के सौंसर सत्र न्यायालय में प्रकरण चल रहे हैं, उन्हें हटाया जाए।
– *रिपटे की मरम्मत*: नंदेवानी और सरकीखापा रास्ते के रिपटे की मरम्मत की जाए।
मोहगांव जलाशय के गांव नंदेवनी, मुगनापार, सरकी खापा और जोबनडेरा के किसान अपनी आठ-नौ समस्याएं लेकर आए थे। इनमें से बहुत सारी समस्याओं का समाधान प्रशासन ने कर लिया है, लेकिन मूलभूत समस्याएं अभी भी बची हुई हैं। मैंने कलेक्टर से बात की है और मंत्री जी से बात करके और मुख्यमंत्री जी से बात करके जल्द से जल्द निराकरण करेंगे। मोक्षधाम की समस्या का समाधान करने के लिए मैंने अपनी सांसद निधि से 2 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं।
हमने अपनी मांगों के बिंदु सांसद महोदय के सामने रखे। उन्होंने समस्या को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कलेक्टर से चर्चा की। कलेक्टर ने हमें बताया कि कुछ चीजें शासन स्तर पर होनी हैं, जैसे कि मुद्रांक शुल्क और हाई लेवल ब्रिज के लिए मंत्री महोदय से चर्चा करना पड़ेगा। हमें सांसद महोदय के आश्वासन पर विश्वास है कि वे हमारे कार्य को करेंगे और गंभीरता से लेंगे।¹