छिन्दवाड़ा- भिषक प्रवीण पुरस्कार एक अखिल भारतीय पुरस्कार है यह उन लोगों को दिया जाने वाला सम्मान पुरस्कार है जिन्होंने आयुर्वेद और क्षारसूत्र के क्षेत्र में नवीन, विशेष कार्य, आयुर्वेद-क्षारसूत्र चिकित्सा को बढ़ावा देना, विशेष योगदान, और सामाजिक कार्य और उत्कृष्ट संगठनात्मक कार्य किया है.
यह पुरस्कार पंजाब राज्य के “नेचुरल डेज़ वेलनेस” की ओर से आयुर्वेद में उल्लेखनीय कार्य, प्रचार-प्रसार करने वालों को दिया जाता है। छिंदवाड़ा के डॉ. पवन नेमा को पिछले 13 वर्षों से ग्रामीण इलाकों में रह रहे मरीजों और आयुर्वेद और बवासीर, भागंदर, फिशर आदि में क्षारसूत्र और औषधीय चिकित्सा में अभिनव कार्य कर रहे हैं, साथ ही 13 वर्षों से पुष्य के महीने में निःशुल्क चिकित्सा प्रदान करते रहे हैं प्रत्येक श्रावण सोमवार को नेमा क्षारसूत्र संस्थान में विशेषज्ञ डॉक्टरों के साथ रोगियों की देखभाल के लिए जटिल रोग पर एक निःशुल्क शिविर भी आयोजित किया जाता है. इस रोगी देखभाल के साथ-साथ, उन्होंने विभिन्न विषयों पर सभी भारतीय और वैश्विक आयुर्वेद कार्यशालाओं में भाग लिया है. आप पतंजलि हरिद्वार से प्रशिक्षण प्राप्त 13 वर्षों का अनुभव रखते हैं 7000 से अधिक जटिल रोग से संबंधित रोगियों की सफलता पूर्व चिकित्सा कर चुके है.
आप पूर्व मेडिकल ऑफिसर सिंधु हॉस्पिटल उल्लास नगर (मुंबई), सेठ मनुलाल हॉस्पिटल, अनंत हॉस्पिटल (जबलपुर) इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकार्ड होल्डर, ऑल इंडिया आर्युवेद फैडरेशन से आयुर्वेद गुरू सम्मान एवं रक्षा मंत्रालय, आयुष मंत्रालय नई दिल्ली से योगाचार्य पुरूस्कार से सम्मानित हैं.